■वृद्धावस्था में खालीपन और सोशल मीडिया !
● इस विषय पर आकाशवाणी के सेवा निवृत्त कार्यक्रम अधिकारी श्री प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी एक वार्ता आकाशवाणी लखनऊ केन्द्र से 2दिसम्बर2018को अपरान्ह 1-30बजे कार्यक्रम "अक्षयवट" में प्रस्तुत कर रहे हैं।
सुश्री ममता उपाध्याय, कार्यक्रम अधिकारी के आग्रह पर बहुत मनोयोग से तैयार इस वार्ता में यह बताया गया है कि सोशल मीडिया किस प्रकार रिटायर्ड लोगों के जीवन में अचानक आये खालीपन को कुछ हद तक भर सकता है। में।इसे अपना मनोवांछित विषय बताते हुए श्री त्रिपाठी ने यह तथ्य शेयर किया है कि
"....जब मैं अगस्त,वर्ष 2013में रिटायर हुआ,मेरे सम्मुख समय बिताने का यक्ष प्रश्न आ खड़ा हुआ था।एकबारगी तो मैं डिप्रेशन की जद में अपने को घिरा भी पाया।कुछ करने के लिए हाथ पांव भी मारे लेकिन असफल रहा।ऐसे में देश विदेश में पर्यटन, बच्चों के सानिध्य, साहित्यिक लेखन,हाउस कीपिंग,ब्लॉग लेखन और सोशल मीडिया ने मुझे सहारा दिया। हां,एक बुरी आदत यह लगी कि भोजनोपरांत दोपहर में सोने लगा हूं।सच मानिये,रिटायरमेंट के लगभग चार साल बाद जाकर मैं अपनी दिनचर्या से संतुष्ट हो पाया हूं । आकाशवाणी मेरा दूसरा परिवार रहा है।आकाशवाणी परिवार में कुछ लोग अब भी ससम्मान मुझे याद करते रहते हैं तो मैं खुशी खुशी तैयारियां करके जाने में गर्व महसूस करता हूं।इन परिजनों में कुछ सौतेले भी हैं जो अब भी चिकोटी काटते रहने का हर अवसर ढ़ूंढ़ते रहते हैं। वैसे लोग भी सक्रिय हैं।उनको भगवान सदबुद्धि दें।उनके लिए यही कहूंगा कि...".मैं तो छोड़ चली बाबुल का देस ...."
रिकॉर्डिंग के बाद केन्द्र निदेशक श्री पृथ्वीराज चौहान की चाय ने मानों पुराने दिनों और लमहों को जीवन दे दिया ।का.अधि.द्वय श्री प्रतुल जोशी,डा. सुशील राय,टाप ग्रेड कलाकार उस्ताद युगांतर सिंदूर,श्री अवध बिहारी वर्मा और श्री ठाकुर प्रसाद मिश्र ने इतना सगापन दिया कि दिल बाग बाग हो उठा।आप सभी का हार्दिक आभार !
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