It was a great evening of 27th February 2017, which is now a date to remember as after an interval of six decades the legendary film company and Pillar of Indian Cinema, 'The Bombay Talkies Studios', makes a comeback with Film "RASHTRAPUTRA" to be made in twenty-six Indian and foreign languages. This is the first time phenomenon in the history of world cinema. "RASHTRAPUTRA" is a movie based on the thoughts and philosophy of the greatest revolutionary freedom fighter Chandrashekhar Azad.
On the 27th of february 2017, 'The Bombay Talkies Studios' are paying their tribute to Shri Chandrashekhar Azad on his "VEERGATI DIWAS"
Aazaad was a student of military school and now the commander of 'The Bombay Talkies Studios' has a definite aim and ambition to reinforce Nationalism
"राष्ट्रपुत्र" आजाद कि वापसी।
२७ फरवरी २०१७ की खुशनुमा शाम एक यादगार शाम बन गई, जब एक लम्बे अँतराल के बाद, लगभग छह दशक के पश्चात प्रख्यात भारतीय फिल्म की प्रथम निर्माण कम्पनी "दि बाम्बे टाकीज स्टुडियोज" अपनी वापसी फिल्म "राष्ट्रपुत्र" का निर्माण २६ देशी व विदेशी भाषाओं मे बनाने जा रही है, जो की विश्व के सिनेमा इतिहास मे प्रथम बार होने जा रहा है। यह फिल्म भारत के क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद के विचारों एवं उनके सोच पर आधारित है।
२७ फरवरी २०१७ की शाम "दि बाम्बे टाकीज स्टूडियोज" ने इस वीर के नाम श्रधाँजली देते हुए 'विरगती दिवस' के रुप मे मनाया।
आजाद जो कि सैनिक स्कूल से शिक्षित हैं, अब "दि बाम्बे टाकीज" की कमाँडर के रुप मे बागडोर सँभाल रहे हैं, इसे नये प्रारूप मे प्रस्तुत करने के लिये कटिबध्य हैं।