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 रायगढ आकाशवाणी का किसानवाणी प्रभाग किसानों की आय दोगुनी करने की थीम पर काम रहा है। इसके लिए रेडियो के माध्यम से नए-नए तरीके बताए जाते है और विशेषज्ञों द्वारा जानकारी भी दी जाती है। साथ ही उन्नतशील किसानों के अनुभव को भी रेडियो में प्रसारण किया जाता है। इसी कडी में घरघोडा के दुर्गम और घने जंगल के बीच बसा छर्राटांगर गांव में रेडियो किसान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान वहां मौजूद किसानों को कृषि विशेषज्ञों ने उन्नत खेती करने का गुर बताए और वहां उपस्थित किसानों की समस्या और जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया। 
हर साल 15 फरवरी को आकाषवाणी द्वारा रेडियो किसान दिवस का आयेाजन किया जाता है। इसके लिए जिले के किसी ऐसे गांव का चयन किया जाता है जो आम लोगों की पहुंच से दूर होती है। इस साल घरघोडा ब्लाॅक के छर्राटांगर गांव का चयन किया गया था। इस गांव को घने जंगल के बीच और दूर्गम रास्तों से होकर जाना पडता है।  इसके बाद भी यहां के किसान नई-नई तकनीकों का प्रयोग कर खेती-किसानी करते है। इस कार्यक्रम को लेकर वहां बीते एक माह से आकाशवाणी किसानवाणी प्रभाग के अधिकारी शशि प्रकाश पांडेय और कृषि विभाग के अधिकारी तैयारी कर रहे थे। इस कार्यक्रम में छर्राटांगर समेत आसपास के कई गांव के किसान पहुंचे थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की की पूजा अर्चना करके की गई। इस दौरान किसान वाणी के कंपीयरों द्वारा मां शारदे की वंदना की गई। इसके बाद किसानवाणी प्रभाग के प्रभारी अधिकारी शशि प्रकाश पांडेय ने इस दिवस का उददेष्य और थीम की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में उददघोषक रमाशंकर शुक्ला, किसानवाणी प्रभाग के कंपीयर मुकेश चतुर्वेदी, स्वतंत्र महंत, रेणुका प्रधान, अनुसूईया साहू, रामविलास पटेल, दिलीप चैधरी, वेणुधर पटेल, अजय श्रीवास, चवल पटेल, सुशील प्रधान मौजूद थे। इस अवसर पर केंद्रीय सिल्क बोर्ड के डाॅ यूएन सिंह टसर  कीट विषेषज्ञ ने कीटपालन, बीज उत्पादन और धागाकरण के बारे में किसानों को जानकारी दी। उन्होंने इस काम से अतिरिक्त आय के रूप में 20-30 हजार की प्रतिमाह आमदनी होने की बात कही। डाॅ अजीत कुमार सिंह ने मसाला फसल को अच्छे लाभ की खेती बताते हुए इसके उत्पादन के तरीके बताए। उन्होंने वृक्ष मसाला, कंदीय मासाला और बीजी मसाला खेती के बारे में किसानों को जानकारी दी। कृषि विभाग के डीएस तोमर ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए किस तरह से खेती करना चाहिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसान अपनी खेतों में एक एटीएम बना लें, याने की एग्रीकल्चर टेक्नोलाॅजी मैनेजमेंट। इससे किसानों को लगातार आमदनी होती रहेगी और किसानों को कभी पैसे की समस्या नहीं आएगीं उन्होंने जैविक खेती को लेकर भी किसानों को प्रोत्साहित किया। ऐेसे ही मृदा वैज्ञानिक डाॅ एसपी सिंह ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए किस तरह से हमें खेती करना चाहिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने प्रसंस्करण और पैकेजिंग की महत्ता की जानकारी देते हुए किसानों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने स्वायल हेल्थ कार्ड और यहां के मिटटी में मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी दी। कृषि महाविधालय के डीन डाॅ जेपी हरिनखेरे ने भूरामाहू कीट के बारे में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने किसानों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब भी दिया। इस कड़ी में कृषक सलाहकार नरेष पंडा ने कहा कि आकाषवाणी के माध्यम से किसानों को जिस तरह से जागरूक करने का काम किया जा रहा है इससे निष्चित तौर पर किसानों की आय 2022 तक दोगुनी हो जाएगी। उन्हों ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि आकाषवाणी द्वारा हमर हाथी हमर गोठ के तहत एक कार्यक्रम का प्रसारण किया जा रहा था और उसी दौरान वे अपनी गाडी से घरघोडा आ रहे थे, तो रास्ते में ही हाथियों का झुण्ड नजर आ गए। उन्होंने कहा कि उस चेतावनी के कारण ही वे सचेत हो गए थे। उन्होंने किसानों के चलाए जा रहे योजनाओं के बारे में भी दी जा रही जानकारी को लाभकारी बताया। इस अवसर पर बीडीसी राधेश्याम राठिया, आत्मा अध्यक्ष गोविंद सिंह, सरपंच श्यामकुमार राठिया, तोरण लाल साहू, उपेद्र वासनिक संदीप पैंकरा, जी आर राठिया, डाॅ दीपक ठाकुर, डाॅ जेएल कुशवाहा, बीएल पटेल, बीपी धिल्ले, डाॅ देवलाल बघेल, डाॅ श्रीकांत सावरकर, विनीत प्रधान, अगरचंद गबेल, पालुराम पटेल, किसान गोविंद राठिया, शिवचरण दिवाकर, हेतराम मालाकर, महेषकुमार पंडा, कन्हैयालाल राठिया, राधेश्याम राठिया, समेत अन्य अधिकारी और किसानों ने भी इस मंच पर अपने विचार साझा किया।
इस कार्यक्रम में मौजूद किसानों को वकील धवल किषोर गुप्ता ने कानून की जानकारी दी गई। मसलन किसान अपने अधिकारों का उपयोग किस तरह कर सकते है, जमीन का दस्तावेज किस तरह से सुरक्षित रखे, लोन लेने के दौरान नक्षा-खसरा, बी-1 समेत पटटे की उपयोगिता के बारे में बताया। इस साल आकाषवाणी की ओर से इस कड़ी को समाहित कर किसानों के हितों की रक्षा करने की दिषा में भी पहल की है। 
एग्रीकल्चर काॅलेज के छात्रों ने किया एक्सपोजर विजिट, ऐसा पहली बार हुआ था कि आकाषवाणी द्वारा आयोजित रेडियो किसान दिवस कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय रायगढ़ के छात्र-छात्राएं भी षामिल हुए थे। एक्सपोजर विजिट के तहत मौजूद छात्र-छात्राओं को किसानों को होने वाली समस्या और उनके लिए चलाए जा रहे योजानाओं और कार्यक्रमों को निकट से जानने का मौका मिला।
इस कार्यक्रम की एक विषेषता यह भी रही कि स्वास्थ्य जागरूकता के लिए वहां उपस्थित डाॅक्टरों ने विशेष जानकारी दी गई। यहां घरघोडा के चिकित्सक डाॅ देवलाल बघेल ने कहा किसानों स्वस्थ रहेंगे तभी आय दोगुनी होने की बात कही। उनका कहना था कि खेती किसानों में व्यस्त होने के कारण किसान अपनी सेहत के प्रति सचेत नहीं रहते है। इससे कभी-कभी दिक्कत होती है। ऐसे में किसानों को भी स्वस्थ रहना जरूरी है। चूंकि किसान पूरे समाज के अन्नदाता है। ऐसे में वे बीमार रहेंगे तो करोड़ों लोग के सामने भूखे मरने की नौबत आ सकती है।
योगदान—शशिप्रकाश पाण्डेय, ब्लॉग रिपोर्ट—प्रवीण नागदिवे

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