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रांची विश्वविद्यालय का कम्युनिटी रेडियो स्टेशन 'खांची, अब प्रसारण के काफी नजदीक पहुंच चुका है। इसके सैक्फा (स्टैंडिंग एडवायजरी कमेटी फॉर फ्रिक्वेंसी अलॉटमेंट) क्लीयरेंस की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके तहत भारत सरकार के पांच मंत्रालयों से प्रसारण के लिए अंतिम स्वीकृति ली जाएगी।
ये मंत्रालय हैं- 
सूचना प्रसारण मंत्रालय, गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, नागरिक-विमानन मंत्रालय और आईटी एंड कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट। पूरी संभावना है कि इस माह के अंत तक इन सभी मंत्रालयों से क्लीरेंस मिल जाएगा। इसके बाद रांची विश्वविद्यालय का सूचना प्रसारण मंत्रालय के साथ 'गोपा (ग्रांट ऑफ परमिशन एग्रीमेंट) होगा। यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया होगी, जिसके बाद ऑन एयर जाने के लिए टेली कम्युनिकेशन विभाग से वायरलेस ऑपरेटिंग लाइसेंस लिया जाएगा।
मशीनें लगनी शुरू होंगी
संभावना है कि इस माह के अंत तक रांची विश्वविद्यालय के कम्युनिटी रेडियो स्टेशन के लिए मशीनों के इंस्टालेशन का काम शुरू हो जाएगा। रांची विश्वविद्यालय के कम्युनिटी रेडियो स्टेशन 'खांची को भारत सरकार के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के टेलीकम्युनिकेशन विभाग की ओर से फ्रिक्वेंसी 90.4 एफएम के साथ 24 घंटे की कार्य अवधि मिली है। इसका पूरा सेटअप मोरहाबादी स्थित बेसिक साइंस बिल्डिंग में होगा। इसे रांचीभर में सुना जा सकेगा। 'खांची, को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से स्थापना मद और आवर्ती व्यय के लिए 76 लाख रुपए का अनुदान मिल चुका है।
15 चरणों की प्रक्रिया
इस रेडियो स्टेशन में एक फिक्स्ड ऑपरेटर और एक फिक्स्ड स्टैंडबाई ऑपरेटर होगा। एंटीना टावर की ऊंचाई 30 मीटर होगी। किसी भी रेडियो स्टेशन को लगाने में लाइसेंस के लिए आवेदन करने से लेकर वायरलेस ऑपरेटिंग लाइसेंस प्राप्त करने तक 15 चरण होते हैं। रांची विश्वविद्यालय ने फ्रीक्वेंसी प्राप्त करने का सबसे महत्वपूर्ण चरण पार कर लिया है। वहीं, सैक्फा क्लीयरेंस पांचवां महत्वपूर्ण चरण है, जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पूरे भारत में कम्युनिटी रेडियो स्टेशन को 200 फ्रिक्वेंसी दी गई है, जिसमें रांची विश्वविद्यालय भी शामिल है। रेडियो खांची बिहार-झारखंड में राज्यस्तरीय विश्वविद्यालय (नन टेक्निकल) का पहला कम्युनिकटी रेडियो स्टेशन होगा।
छात्रों पर केंद्रित कार्यक्रम
यूं तो रेडियो खांची को 24 घंटे की कार्यअवधि मिली है, लेकिन शुरुआत में 4-6 घंटे का रिकॉर्डेड प्रसारण ही किया जाएगा। इसमें रांची विश्वविद्यालय की परीक्षा संबंधी सूचनाएं, करियर काउंसिलिंग, विभिन्न विषयों व प्रतियोगी परीक्षाओं के टॉपरों के साक्षात्कार, विशेषज्ञों की सलाह, शख्सीयतों के साक्षात्कार, सरकारी योजना व छात्रवृत्ति संबंधी जानकारियां दी जाएंगी। विद्यार्थियों को विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में बताया जाएगा, साथ ही शैक्षणिक परिचर्चाएं भी आयोजित की जाएंगी। बाद में प्रसारण अवधि भी बढ़ाई जाएगी।
लाभान्वित होंगे विद्यार्थी
कम्युनिटी रेडियो स्थापित करने की प्रक्रिया जटिल होती है। भारत सरकार के कई मंत्रालयों की सहमति लेनी पड़ती है। सैक्फा क्लीयरेंस मिलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हम लक्ष्य के काफी करीब पहुंच चुके हैं। छात्रहित में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
डॉ आनंद कुमार ठाकुर, निदेशक रेडियो 'खांची, रेडियो खांची के टारगेट ऑडियंस छात्र-छात्राएं होंगे। यह पहला ऐसा रेडियो स्टेशन होगा, जो सिर्फ उनके लिए होगा। उन्हीं को केंद्रित कर सारे कार्यक्रम तैयार किए जाएंगे।
साभार : Live हिन्दुस्तान.कॉम, जनवरी 2018
स्त्रोत :- श्री. जावेंद्र कुमार ध्रुव जी के फेसबुक अकाउंट से

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