दि. १३ फरवरी २०१८ के दिन जागतिक रेडियो दिन के उपलक्ष में पुणे शहर के ऑटोरिक्षा चालकों को आकाशवाणी पुणे केंद्र के सभागार में आमंत्रित किया था। इस आयोजन में शहर के विविध रिक्शा संघटनोने अच्छा प्रतिसाद दिया। ठीक सुबह १०:३० बजे रिक्षा चालक इकट्ठा हुए। केंद्र ने मेहमानों के लिए चाय और नाश्ते का प्रबंध किया था। ११:०० बजे मेहमान सभागार में जमा हुए।
श्री. विजय सोनवणे जी ने सभी उपस्थितोंका स्वागत किया।श्री. सोनवणे जी ने इस आयोजन के बारे में संक्षिप्त रूप में जानकारी प्रदान की। इस के बाद पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन द्वारा आकाशवाणी के इतिहास से तथा आकाशवाणी पुणे केंद्र में होनेवाले कार्य से श्रोताओंको अवगत कराया गया। इसे श्रीमती ज्योती रांजेकर जी ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कुछ ऑटोरिक्षा चालकों को, जिन्होंने सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान दिया है या अपनी ईमानदारी की मिसाल कायम करते हुए रिक्षा में यात्रियोंका सामान जो रिक्षा में भूल गये थे उन्हें लौटा दिया था उनका श्री. आशीष भटनागर जी (उपमहानिदेशक तथा केंद्र प्रमुख) श्री. गोपाल औटी जी (उपनिदेशक तथा कार्यक्रम अनुभाग प्रमुख) और श्री. रविंद्र रांजेकर जी (सहायक अभियंता) ने स्मृति चिन्ह देकर गौरव किया। पुणे शहर की प्रथम ऑटोरिक्षा चालिका सुश्री शीला धेंडे जी का भी विशेष रूप से सत्कार किया गया। पुरस्कार वितरण के समय श्री. दिलीप पालदे जी भी मंच पर उपस्थित थे। अपने भाषण में श्री. आशीष भटनागरजी और श्री. गोपाल औटीजी ने ऑटोरिक्षा चालकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनके सामाजिक योगदान को सराहा और उन्हें आकाशवाणी से जुड़े रहने केलिए आवाहन किया। पुरस्कार प्राप्त चालकोने आकाशवाणी पुणे केंद्र के प्रति आदर भाव व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया। इस पश्चात श्री. बागड़े और साथियोने पूज्य साईबाबा के भजन को नाट्यरूप में प्रस्तुत किया। आयोजन का सूत्र संचालन मृदुला घोड़के जी और स्तुति दैठणकर ने सुचारु रूप से किया। श्री. निवृत्ती बोराटे जी ने आभार प्रदर्शन किया। अंत में सभी उपस्थितोंका आकाशवाणी पुणे केंद्र के स्टुडिओ और कंट्रोल रूम की सैर करायी और संक्षिप्त रूप में कार्यक्रम प्रसारण के प्रति जानकारी दी।