विगत 25 वर्षों से अनवरत देश के कोने-कोने तक रसिक पाठकों तक पहुँचने वाली मासिक पत्रिका 'साहित्य अमृत' के नये संपादक के रूप लक्ष्मी शंकर वाजपेयी जी को हार्दिक बधाई! हालिया यानी मार्च अंक उनके संपादन में आ चुका है।
विश्वास है वे भारतीय उप महाद्वीप की भाषिक और रचनात्मक समृद्धि के लिए सभी तरह के महत्वपूर्ण विचारों और ज़रूरी स्वरों को समादृत करते हुए 'साहित्य अमृत' को और भी पठनीय और विश्वसनीय रूप से समृद्ध करना चाहेंगे।
Source : Jayprakash Manas