आकाशवाणी पुणे ने अनोखे उपक्रम के तहत श्रोताओंको उनके चहिते निवेदक से मिलने का अवसर दिया। आनेवाले हर महिने के दूसरे शुक्रवार के दिन आकाशवाणी पुणे के सभागृह में यह उपक्रम आयोजित किया जायेगा जिसमें आकाशवाणी पुणे के हर निवेदक से मिलने का अवसर श्रोताओं को मिलेगा।
१३ जनवरी शाम ६ बजे इस कड़ी के प्रथम चरण में श्रोताओंसे निवेदक श्री. सिद्धार्थ बेंद्रे रुबरु हुए। आयोजन की शुरवात सांकेतिक धुन (सिग्नेचर ट्यून ) से हुई। श्रीमती गौरी लागू (निवेदिका ) ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया और इस आयोजन के बारे में जानकारी दी। इस पश्चात् आकाशवाणी के इतिहास के बारे में जानकारी देने वाला ध्वनिमुद्रण सुनाया और आकाशवाणी पुणे के बारे में जानकारी देनेवाली फिल्म दिखाई गयी। पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन द्वारा पुणे आकाशवाणी की श्रोताओं को सैर करायी गयी जिसमे विभिन्न ध्वनिमुद्रण कक्ष , प्रसारण कक्ष , ध्वनिसंकलन कक्ष और नियंत्रण कक्ष में होनेवाले कार्य से अवगत कराया गया।
इस प्रेजेंटेशन के बाद निवेदक श्री. बेंद्रेजी का मंचपर आगमन हुआ लोगों ने तालियोंसे उनका स्वागत किया। श्री. बेंद्रेजी ने उनका रेडियोपर निवेदक बननेका सपना कैसे पूरा हुआ , उन्हें किन लोगोंका सहयोग मिला , साथी निवेदकों का कैसे साथ मिला और सपना पूरा होनेके बाद अपने मनपसंद काम करते हुए कितना आनंद मिलता है इस की जानकारी लोगोंको बड़े ही रोचक ढंग से दी। रेडियोपर प्रसारित होनेवाले कार्यक्रमों के आधार पर कुछ सवाल पूछे जिनका जवाब देने केलिए लोगोमे होड़ सी मची थी। इससे श्रोता कितने बारीकीसे कार्यक्रम सुनते है इसका प्रत्यय मिला। नैमित्तिक निवेदिका प्राजक्ता खोडवे ने श्री. बेंद्रेजी का साक्षात्कार प्रस्तुत किया। उनके सवालोंको श्री. बेंद्रेजी ने व्यंग करते हुए जवाब दिए जिससे श्रोताओंका मनोरंजन हुआ। श्री. बेंद्रेजी ने मिमिक्री के जरिये महान अभिनेता अमिताभ बच्चन से लेकर माननीय प्रधान मंत्री श्री. नरेंद्र मोदी की आवाज की नक़ल उतारी जिसे श्रोताओने बहुत पसंद किया। मिमिक्री के बाद श्रोताओंने कुछ सवाल पूछे जिन्हें श्री. बेन्द्रेजी ने मजेदार शब्दोंमे जवाब दिया। समय की सीमा का ध्यान रखते हुए श्रोताओंको न चाहते हुए रोकना पड़ा। जेष्ठ निवेदक श्री. मंगेश वाघमारेजी , श्रीमती प्रतिमा कुलकर्णी और श्री. प्रसाद कुलकर्णी (ध्वनिमुद्रण सुनाया) ने श्री. बेंद्रेजी की मंच पर आकर तारीफ की.
इस आयोजन को श्रोताओंका इतना प्रतिसाद मिला की प्रेक्षागृह के बाहर कुर्सियाँ रखकर स्क्रीन पर कार्यक्रम दिखाया गया। ये कुर्सियाँ भी कम पड़ी तो श्रोता सभागृह में बिछाये गये कालीन पर बैठ गये और आयोजन का आनंद उठाया । इस आयोजन की संकल्पना श्री. आशीष भटनागरजी (उपमहानिदेशक तथा केंद्र प्रमुख आकाशवाणी पुणे ) की थी। इसे श्री. रविन्द्र खासनीसजी (उपनिदेशक तथा कार्यक्रम प्रमुख आकाशवाणी पुणे ) और कार्यालय के तीनो अनुभाग ( अभियांत्रिकी , कार्यक्रम और लेखा विभाग ) के अधिकारी और कर्मचारियोंने मिलकर सफल बनाया।
कार्यक्रम के ध्वनिमुद्रण का जिम्मा श्री. रविन्द्र रांजेकर जी (सहायक अभियंता )और उनके साथ श्री. लक्ष्मन अकोलकर, श्री. नीलेश घाटोले और श्री. सागर राउत ने उठाया। इस आयोजन का ध्वनिमुद्रण मध्यम लहरी ७९२ कि. हर्ट्ज़ (पुणे अ केंद्र ) पर दि. २० जनवरी के दिन रात ९:३० बजे और पुन:प्रसारण २१ जनवरी सुबह ९:३० बजे प्रसारित किया जायेगा।
इस कड़ी के दूसरे चरण में श्रोता निवेदक श्री. संजय भुजबलजी से फ़रवरी के दूसरे शुक्रवार को मिलेंगे।