संयुक्त राष्ट्र द्वारा पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर संवेदनशीलता और जागरूकता लाने के प्रयासों की पृष्ठभूमि पर प्रत्येक वर्ष 5 जून को अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।पर्यावरण के मुद्दे को लेकर वैश्विक स्तर पर किया जाने वाला यह सबसे बड़ा आयोजन है।
इस वर्ष इस आयोजन के लिए 'जैव विविधता' को थीम बनाया गया है।जैव विविधता जिसमें पेड़ पौधों और जीव जंतुओं की लगभग 8 मिलियन प्रजातियाँ शामिल हैं ,की सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु मानव में संवेदनशीलता विकसित करना और उत्तरदायित्व का बोध कराना ही इसका उद्देश्य है।
वस्तुतः संकल्पों के प्रति प्रतिबद्धता और दृढ़ क्रियान्वयन ही कुछ बेहतर घटित करवा सकता है।यदि मानव स्वयं को पृथ्वी का सबसे विवेकशील प्राणी कहता है ,तो यह उसकी भी जिम्मेदारी है कि अपनी इस प्रासंगिकता को बनाए रखे,पर्यावरण के प्रत्येक अंग चाहे वनस्पति हो ,जीव जंतु हो या कुछ और,सभी के साथ संवेदनशील व्यवहार करे और प्राकृतिक संतुलन बनाये रखे,सबको जीतने की जगह सबको साथ लेकर चलने को अपना लक्ष्य बनाए।यही उसके हित में भी है..........
Source : facebook page of Aakashwani Rampur