हार के आगे जीत है इंदौर (Indore) की सलोनी शुक्ला की कहानी कुछ ऐसी ही है। वो 7 बार नाकाम रहींं । लेकिन जुनून ऐसा ही हार नहीं मानी और अब वो भारतीय वायुसेना (Air force) के लिए चुन ली गयी हैं और फ्लाइंग ऑफिसर बनने जा रही हैं ।
अहमदाबाद आकाशवाणी में बतौर इंजीनियर के पद पर पदस्थ संजय कुमार शुक्ला की बेटी सलोनी पर देशसेवा का ऐसा जुनून सवार हुआ कि सात बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी । अब आखिरकार आठवें प्रयास में उन्हें सफलता मिली। शहर के एक कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग कर चुकीं सलोनी शुक्ला का चयन भारतीय वायुसेना में हुआ है। वे वायुसेना की तकनीकी शाखा में बतौर फ्लाइंग ऑफिसर ज्वॉइन करेंगी।
★ परिवार का सपोर्ट
सलोनी की मां रश्मि शुक्ला इंदौर में केंद्रीय विद्यालय क्रमांक एक में टीचर हैं.सलोनी भी केंद्रीय विद्यालय की ही छात्रा रही हैं। वे बताती हैं सेना में जाने का उनका बचपन से सपना था। 2009 में माता-पिता का ट्रांसफर भुज हो गया था। वहां फौजी अफसरों से वे बेहद प्रभावित रहीं.उनके दादाजी रामकुमार शुक्ला ने शुरू ने उन्हें सेना में जाने के लिए प्रोत्साहित किया।मेरे दृढ़ निश्चय को देखते हुए परिवार के बाकी लोगों ने भी मेरा हौसला बढ़ाया.।