Ahimsa Diwas Samaroh - भारत के उपराष्ट्रपति, आचार्य लोकेश, मौर्या के साथ विभिन्न धर्म गुरुओं ने किया विज्ञान भवन में अहिंसा दिवस समारोह का उदघाटन

भारत एक विशाल लोकतंत्र, लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं - उपराष्ट्रपति
अहिंसा के मार्ग से अनेक वैश्विक समस्याओं का समाधान मुमकिन- आचार्य लोकेश
नई दिल्ली, 12 नवम्बर 2017: भारत के उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने विज्ञान भवन में आयोजित अहिंसा दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रख्यात जैनाचार्य डा. लोकेश मुनि के मार्गदर्शन में अहिंसा विश्व भारती संस्था का भारत में ही नहीं अपितु विश्व में अहिंसा, शांति एवं सद्भावना की स्थापना, मानवीय मूल्यों के उत्थान, राष्ट्रीय चरित्र निर्माण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है | समारोह का आयोजनअहिंसा विश्व भारती संस्था के 13 वें स्थापना दिवस के अवसर पर हुआ, इंडिया टी.वी के चेयरमैन व एडिटर इन चीफ श्री रजत शर्मा एवं वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चेयरपर्सन श्रीमती किरण चोपड़ा  विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे | जैन धर्म गुरु आचार्य डा. लोकेश मुनि के साथ अमेरिका में सिख धर्म के एम्बेसडर भाई श्री सतपाल सिंह खालसा ने अहिंसा, शांति व सद्भावना का सन्देश दिया | बिहार के मुख्यमंत्री ने लिखित सन्देश में अपनी शुभकामनायें प्रेषित की |
उपराष्ट्रपति ने विभिन्न अहिंसा विश्व भारती संस्था की स्थापना के गौरवशाली बारह वर्ष पूर्ण होने पर शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ‘ अहिंसा दिवस समारोह ‘ का आयोजन इसीलिए महत्वपूर्ण है कि अहिंसा के अभाव में समाज में शांति व सद्भावना नहीं हो सकती | विकास के लिए समाज में शांति व सद्भावनापूर्ण वातावरण की जरूरत होती है | हिंसा से किसी समस्या का समाधान नहीं होता है | हिंसा प्रतिहिंसा को जन्म देती है | संवाद के द्वारा, वार्ता के द्वारा, अहिंसात्मक शैली से हर समस्या को सुलझाया जा सकता है | यही कारण है कि पिछले दिनों भारत सरकार ने कश्मीर में शांति व अमन के लिए संवाद को माध्यम बनाने की घोषणा की  | भारत एक विशाल लोकतंत्र है, लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है |
आचार्य लोकेश मुनि ने कहा कि अहिंसा विश्व भारती संस्था की स्थापना के पीछे विशेष उद्देश्य रहा है | समाज, राष्ट्र व पूरे विश्व में अहिंसा, शांति व सद्भावना की स्थापना करना | धर्म को समाज सेवा से जोड़कर, उसे सामाजिक बुराईयों के मिटाने का माध्यम बनाना हमारा उद्देश्य रहा और आगे भी रहेगा | हमने मानवीय मूल्यों के उत्थान के लिए, नैतिक व चारित्रिक मूल्यों के प्रचार प्रसार के लिए देश व दुनिया में निरंतर प्रयास किये है | आचार्य लोकेश ने समस्त कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि आने वाले दशक में भी समाज से कन्या भ्रूण हत्या, नशाखोरी, पर्यावरण प्रदूषण आदि सामाजिक बुराईयों के विरोध में चल रहे आन्दोलन को देश के कोने कोने में पहुँचाने में अपना पूर्ण सहयोग दें | भारतीय संस्कृति बहुलतावादी संस्कृति है | अनेकता में एकता उसकी मौलिक विशेषता है | सर्वधर्म सद्भाव इसका मूल मंत्र है | यही से अहिंसा, शांति और सद्भावना का शुभारम्भ होता है | 

श्री नितीश कुमार ने लिखित सन्देश में कहा अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य डा. लोकेश मुनि ने 12 वर्षों से मानवीय मूल्यों के उत्थान, राष्ट्रीय चरित्र निर्माण के लिए कार्य किया है यह सराहनीय है | आचार्य लोकेश मुनि के नेतृत्व में संस्था समाज में नशाखोरी, कन्याभ्रुण हत्या, पर्यावरण प्रदूषण आदि सामाजिक बुराईयों के विरोध में राष्ट्रव्यापी आन्दोलन चला रही है उसका सकारात्मक प्रभाव समाज पर अवश्य होगा | यह हर्ष का विषय है कि आज अहिंसा विश्व भारती संस्था की स्थापना के गौरवशाली बारह वर्ष पूर्ण होने स्थापना दिवस  ‘अहिंसा दिवस’ के रूप में मनाया जा रही है | संस्था का मुख्य उद्देश्य समाज, राष्ट्र व पूरे विश्व में अहिंसा, शांति व सद्भावना की स्थापना करना |
श्री रजत शर्मा ने कहा कि कहा कि परमाणु खतरों और आतंकवाद से जूझ रही दुनिया को के अहिंसा और शांति के दर्शन से ही बचाया जा सकता है| अहिंसा दिवस समारोह का आयोजन ऐसे समय में हो रहा है जब विश्व में चारों ओर अशांति का वातावरण है| अशांत विश्व को अगर कोई शांति का सन्देश दे सकता है, इस दुनिया को हिंसा व आतंकवाद से निजात दिला सकता है, तो वह अहिंसा दर्शन है | हमारे देश में अनेक महापुरुषों ने भगवान महावीर, भगवान बुद्ध, महात्मा गाँधी ने अहिंसा पर बहुत बल दिया | आज सिर्फ देश को ही नहीं विश्व को अहिंसा का मार्ग अपनाने की आवश्यकता है |
श्रीमती किरण चोपड़ा ने कहा कि वर्तमान में धार्मिक गुरुओं, समाजसेवियों, राजनेताओं व उद्योगपतियों को एक मंच से विश्व शांति की स्थापना के लिए प्रयास करने चाहिए | अहिंसा विश्व भारती इस क्षेत्र में कार्य कर रही है इसका हम स्वागत करते है | उपस्थित सभी मीडिया के बंधुओं से हम आग्रह करना चाहेंगे कि समाज हित के इस कार्य को जनमानस तक पहुँचाने में अपना पूर्ण सहयोग दें |
भाई श्री सतपाल सिंह ने कहा कि सभी धर्म भाईचारे व सद्भावना के साथ समाज में एकजुट होकर रहने का सन्देश देते है | आवश्यकता है धर्म के मार्ग पर चलते हुए अहिंसा व शांति का सन्देश हम अपनी दिनचर्या में उतारे | आचार्य लोकेश जी अहिंसा व शांति को दुनिया भर में फ़ैलाने के लिए कार्य कर रहे है| वे केवल जैन धर्म को ही नहीं समूची भारतीय संस्कृति को विश्व भर मैं फैला रहे है | कहा कि अहिंसा के मार्ग पल चलने से अनेकवैश्विक समस्याओं का समाधान मुमकिन है| ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक असमानता आदि  समस्याओं का स्थाई समाधान अहिंसा के मार्ग पर चलने से मिलता है|
डा. अंकित गुप्ता को अहिंसा हेल्थ केयर, श्री अनिल काशी मुरारका को अहिंसा सोशिल अवार्ड एवं श्री महावीर गोयल को अहिंसा वैल्यू एजुकेशन  अवार्ड से सम्मानित किया गया | समारोह में उपराष्ट्रपति, आचार्य लोकेश मुनि, रजत शर्मा व किरण चोपड़ा ने गुरुदेव नम्र द्वारा प्रेरित दीक्षार्थी बहनों का शाल और नारियल भेंट कर सम्मान किया | समारोह को डा. अजित गुप्ता, श्री राज कुमार ओसवाल, श्री सुभाष ओसवाल, श्री मनोज जैन ने भी संबोधित किया | देश विदेश से आये प्रतिष्ठित महानुभावों के सामने स्कूल के बच्चों ने राष्ट्रगान व अहिंसा गीत प्रस्तुत किया | इस अवसर पर अहिंसा विश्व भारती की पत्रिका ‘आह्वान’ का लोकार्पण  हुआ |
सधन्यवाद

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