दिनांक 26 अगस्त 2018 को राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान नईदिल्ली के लखनऊ परिसर गोमतीनगर नगर में विश्व संस्कृत दिवस के अवसर पर कुछ विभूतियों का सम्मान किया गया, आयोजन के विशिष्ट अतिथि श्री दिवाकर त्रिपाठी आईएएस सेवा निवृत्त रहे उनके साथ सम्मानित लोगो में प्रोफेसर सत्यदेव मिश्र पूर्व कुलपति जयपुर संस्कृत संस्थान,आकाशवाणी अल्मोड़ा केन्द्र के पूर्व अध्यक्ष डाॅक्टर करुणा शंकर दुबे, प्रोफेसर सुरेन्द्र पाठक पूर्व प्राचार्य मानित विश्व विद्यालय राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान लखनऊ, प्रोफेसर धनीन्द्र कुमार झा त्रिपुरा अगरतला संस्कृत संस्थान को सम्मानित किया गया ।इस अवसर पर संस्थान की ओर से एक पत्रिका का भी विमोचन किया गया जो वेद विज्ञान विषय की शोध पत्रिका है । राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान मानित विश्व विद्यालय लखनऊ परिसर के प्राचार्य प्रोफेसर विजय कुमार जैन ने इस अवसर पर प्रोफेसर रामलखन पाण्डेय और संचालक प्रोफेसर भारत भूषण त्रिपाठी महोदय के इस प्रयास को धन्यवाद देते हुए विशेष आभार प्रोफेसर एम चन्द्रशेखर को भी दिया और डॉक्टर जैन ने आज के सम्माननीय अतिथि गणों के संस्कृत के लिए किये गये कार्यो के लिए शुभकामना और भविष्य में भी जारी रखने की भावना की अपेक्षा की ।प्रोफेसर विजय कुमार जैन आचार्य के संरक्षण में विश्व संस्कृत दिवस का आयोजन परिसर के सभागार भूतल कक्ष में आयोजित किया गया था जिसमें संस्थान के अध्यापक छात्र भी उपस्थित थे । यह प्रसार भारती परिवार के लिए एक उपलब्धि है ।
स्त्रोत :- श्री. करुणा शंकर दुबेजी के फेसबुक अकाउंट से