आकाशवाणी पुरोधा जनाब सैयद हसन अब्बास रिज़वी ज़ियारत के लिए विदेश यात्रा पर ।


आकाशवाणी गोरखपुर के सेवानिवृत्त कार्यक्रम अधिकारी जनाब सैयद हसन अब्बास रिज़वी सेवानिवृत्त होने के बाद जहां एक ओर प्रकृति की गोद में बसे अपने गांव हल्लौर में रहने लगे हैं।वहीं दूसरी ओर अब ज़ियारत करने की हसरत लिये शिया मुस्लिम समुदाय के मुख्य तीर्थ स्थलों की यात्रा करने की तैयारी कर रहे हैं।ज्ञातव्य है कि 

हल्लौर रिज़वीया सादात के, 410 वर्ष पुराने एक क़स्बे का नाम हैं, जो पूर्व में थारुओं का गढ़ हुआ करता था और तब यह हिलोरा के नाम से जाना जाता था. ।हल्लौर वास्तव में एक अलग ही दुनिया हैं, जहाँ की संस्कृति, बोली, रहन - सहन और आबादी से अब जुड़ चुकी आबादियों में कहीं भी देखने का मौका नहीं मिल सका.। बचपन से ही जहाँ पर पढाई के प्रति रुझान पाया जाता है, इससे इतर जहाँ सबमे सांस्कृतिक विरासत कूट कूट कर भरी हुई है.। इस कस्बे के लोगों में लालित्य प्रेम, साहित्य के प्रति रुझान, कला के प्रति दीवानापन, तथा प्रत्येक विधा के प्रति निपुणता पाई जाती है।जनाब हसन अब्बास रिज़वी के बड़े भाई सैयद सुल्तान अहमद रिज़वी (जो भाईजान के नाम से मशहूर हैं ) ने अपनी लिखी पुस्तक में लिखा है कि चूँकि इस ग्राम में लगभग 175 वर्षों पूर्व से ही अग्रहरी व गुप्ता समाज सैयदों के साथ साथ रहा है, अत: सांस्कृतिक विरासत का आदान प्रदान भी आपस में होता रहा है।

आज इस ब्लॉग लेखक और अपने सहकर्मी से फोन पर हुई बातचीत में 72वर्षीय जनाब सैयद हसन अब्बास रिज़वी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मन में बरसों से संजोई पुरानी हसरत अब पूरी होने जा रही है।वे अपनी बेग़म मोहतरमा तस्नीम फ़ातिमा के साथ आगामी 22फरवरी से इरान,ईराक और सीरिया देशों की यात्रा पर जा रहे हैं।लखनऊ से वे सीधे नजफ पहुंचेंगे।नजफ़ शिया समुदाय के लिए बेहद ख़ास अहमियत रखता है क्योंकि शिया इस्लाम के पहले इमाम हज़रत अली की मज़ार यहाँ पर स्थित है। इस वजह से ये शिया मुस्लिमों के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो इस समुदाय के लिए खास महत्व रखता है।इसी तरहकर्बला मध्य इराक में एक शहर है जो बगदाद के लगभग 100 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित है और कुछ मील की दूरी पर मिल्खा झील के पूर्व में स्थित है। करबला में 1.15 मिलियन लोगों की अनुमानित आबादी है। करबला ईराक का एक प्रमुख शहर है। उन्होंने आगे बताया है कि वे निजी और पारिवारिक ख़ैरियत के साथ साथ अपने प्यारे वतन भारतवर्ष के लिए अमन चैन और खुशहाली और पूरे प्रसार भारती परिवार के लिए भी दुआएं मांगेंगे ।

प्रसार भारती परिवार अपने पुरोधा सहयोगी जनाब सैयद हसन अब्बास रिज़वी की इस ज़ियारत यात्रा के लिए अपनी शुभकामनाएं दे रहा है।


प्रेषक :- श्री. प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी, लखनऊ।ईमेल
darshgrandpa@gmail.com

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