दूरदर्शन केंद्र रायपुर के सेवानिवृत उप महानिदेशक (कार्यक्रम) श्री तेजिन्दर गगन जी का बुधवार (11 जुलाई) की रात्रि हदय गति रूक जाने से निधन हो गया | वे 67 वर्ष के थे, विदित हो कि स्व. श्री गगन जी आकाशवाणी के क्षेत्र में अपने कैरियर की शुरुआत 19 अप्रैल 1977 को आकाशवाणी रायपुर केंद्र में सहायक संपादक (आलेख) के पद पर ज्वाइन कर किए थे |
उन दिनों किसान भाइयों के लिए प्रसारित होने वाले चौपाल कार्यक्रम का प्रभाग आप देखते थे | आकाशवाणी रायपुर केंद्र से उन्हीं दिनों एक लोकप्रिय साप्ताहिक कार्यक्रम 'अपना घर' प्रसारित होता था | गगन जी 'अपना घर' कार्यक्रम में बनता सिंह करेक्टर के नाम से आते थे | आपके साथ ही उन दिनों (आकाशवाणी इंदौर केंद्र से सेवानिवृत्त) वरिष्ठ प्रसारक श्री हरेंद्र कोटिया जी व रायपुर केंद्र के से.नि. वरिष्ठ उद्घोषक श्री लाल रामकुमार सिंह जी एक साथ आते थे | अपना घर कार्यक्रम में समसामयिक विषयों के साथ बातचीत कर उसका निष्कर्ष भी निकाला कर सकते |
वर्ष 1982 में आप भारतीय सूचना सेवा से जुड़ गए तथा इस दौरान आप आकाशवाणी भोपाल केंद्र में प्रादेशिक समाचार एकांश के प्रभारी रहे | आप वहां सन 1992 तक कार्यरत रहे | भारतीय सूचना सेवा के बाद तेजिन्दर जी भारतीय प्रसारण सेवा से जुड़ गए थे तथा आप क्रमश: चेन्नई, इंदौर, नागपुर, देहरादून, संबलपुर, अहमदाबाद फिर दूरदर्शन रायपुर केंद्र कार्यरत रहे | तेजिन्दर गगन जी, दूरदर्शन केंद्र रायपुर में उप महानिदेशक (कार्यक्रम) के पद पर केवल छ: माह कार्य करने के बाद आप मई 2011 को सेवानिवृत्त हो गए थे |
आकाशवाणी व दूरदर्शन की सेवा में जुड़ने के पूर्व आप वर्ष 1972 में देशबंधु में पत्रकार के रूप में कार्यरत रहे | आप एक वरिष्ठ कथाकार भी हैं, अब तक आपकी 10 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है | उनके उपन्यास काला पादरी, डायरी सागा सागा, सीढ़ियों पर चीता इत्यादि बहुचर्चित हुए।
तेजिंदर अपने गृहनगर रायपुर में ही दूरदर्शन से सेवानिवृत्त हुए और उसके बाद से प्रदेश के सांस्कृतिक जगत में लगातार सक्रिय रहे। वे छत्तीसगढ़ प्रगतिशील लेखक संघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य थे। उनके परिवार में पत्नी दलजीत कौर व पत्रकार बेटी समीरा हैं। उनकी बहन डॉ रूपिंदर दीवान रायपुर विज्ञान महाविद्यालय में प्रोफेसर हैं।
हार्दिक श्रद्धांजलि।
Source : झावेन्द्र कुमार ध्रुव and others