भारत भर में हर साल 23 जुलाई को राष्ट्रीय प्रसारण दिवस मनाया जाता है. 23 जुलाई 1927 को ही देश में पहली बार भारत की भारतीय प्रसारण कंपनी (Indian Broadcasting Company) नामक एक निजी कंपनी के तहत बॉम्बे स्टेशन से रेडियो का प्रसारण शुरू हुआ था. 1927 से 2020 तक आने में प्रसारण सेवा के क्षेत्र में भारत बहुत आगे बढ़ चुका है. तब से आज तक रेडियो का प्रसारण अभी भी लोगों के दिलों में अपनी छाप बना रहा है. रेडियो देश के हर कोने में खबरों के साथ-साथ मनोरंजन का माध्यम है. आज भारत को प्रसारण के क्षेत्र में 93 साल हो गये.
प्रसारण के क्षेत्र में तब रेडियो ही था और इन 93वें साल में रेडियो ने एक लंबी दूरी तय की है. 1927 में मुंबई के साथ ही कोलकाता में भी ट्रांसमीटरों से प्रसारण सेवा की शुरुआत हुई थी. 1930 में सरकार ने इन ट्रांसमीटरों को अपने नियंत्रण में ले लिया और भारतीय प्रसारण सेवा के नाम से उनका परिचालन करना शुरू कर दिया. 1936 में इसका नाम बदलकर ऑल इंडिया रेडियो कर दिया गया और 1956 में आकाशवाणी के नाम से जाना जाने लगा.
आज के समय में हमारे पास कई साधन हैं, लेकिन रेडियो के प्रति आज भी लोगों के दिलों में दीवानगी बरकरार है. 2014 से पहले रेडियो की आवाज धीमी होने लगे थी, तभी भारत में रेडियो के माध्यम से एक ऐसे कार्यक्रम का प्रसारण आरंभ हुआ, जिसने देखते ही देखते फिर से रेडियो को दिलों में जिंदा कर दिया. कार्यक्रम का नाम है मन की बात, आज शहर ही नहीं, गांव-कस्बों तक रेडियो पर मन की बात कार्यक्रम को काफी पसंद किया जाता है. रेडियो के महत्व पर बात करते हुए पीएम मोदी ने भी कहा था कि रेडियो जन-जन से जुड़ा हुआ है और रेडियो की बहुत बड़ी ताकत संचार की पहुंच और उसकी गहराई है, शायद रेडियो की बराबरी कोई नहीं कर सकता.
कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक कर रहा रेडियो
कोरोना महामारी के समय में जब सब कुछ थम गया, तो दूर-दराज के लोगों के पास एक माध्यम रेडियो ही है. कोविड में देश के कोने-कोने में जागरूकता फैलाने का काम कर रहा है. कोरोना के इस दौर में रेडियो के माध्यम से शिक्षा से जुड़े कार्यक्रम भी प्रसारित हो रहे हैं. भारत का लोक सेवा प्रसारक, प्रसार भारती दुनिया के सबसे बड़े प्रसारण संगठनों में से एक है. देश भर में प्रसार भारती के 470 प्रसारण केंद्र हैं, जो लगभग 92% देश का क्षेत्रफल और कुल जनसंख्या का 99.19% को कवर करते हैं. आकाशवाणी मूल रूप से 23 भाषाओं और 179 बोलियों में कार्यक्रमों को प्रसारित करता है. मीडियम तथा शार्ट वेव सेवाओं के माध्यम से इसकी पहुँच 150 देशों तक है .
हाल ही में प्रसार भारती ने NewsonAIR मोबाइल ऐप को शुरू किया, जिसके 10 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं. इस ऐप पर आप ऑल इंडिया रेडियो के सभी रेडियो चैनल को डिजिटल रूप में सुन सकते हैं. इंटरनेट से सीधे कनेक्ट करके आप रेडियो सुन सकते हैं.
Source : झावेन्द्र कुमार ध्रुव