आकाशवाणी पुरोधा के पूर्वकर्मचारी डा.रैणा की सुनहरी यादें




आकाशवाणी पुरोधा डा.उपेंद्र रैणा ने आकाशवाणी के लिए वर्ष 1988 में सम्पन्न अपनी पहली विदेश यात्रा की सुनहरी यादें शेयर की हैं।
अपने फेसबुक पेज पर वह लिखते हैं;
" जब आपको 32 साल पुराना अपना फ़ोटो एल्बम हाथ लग जाता है तो आप ख़ुद सोच सकते हैं कि उसमें चस्पाँ फ़ोटो आपके अतीत की कितनी परतें खोल देते हैं। ... एल्बम में मुझे कुछ ऐसे चित्र  मिले जो मेरी पहली विदेश यात्रा के अनुभव से सम्बंधित हैं ।.....सितंबर, 1988 में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आकाशवाणी की तरफ़ से मुझे और सुश्री सुखजिंदर कौर (जो उन दिनों आकाशवाणी जालन्धर में प्रोड्यूसर थीं ) को Radio Journalism ( Programme Management and Planning ) पर एक महीना कोर्स के लिए Berlin, East Germany भेजा गया था ।वास्तव में उन दिनों East Germany और West Germany के बीच Berlin Wall होने के कारण हमारी यात्रा केवल East Berlin और East Germany के अन्य शहरों तक ही सीमित रही। बाद में एक-दो वर्षों के बाद ही वह दीवार हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी । इस विदेश यात्रा से सम्बंधित यहाँ जो कुछ चित्र साझा कर रहा हूँ वो East Germany के महत्वपूर्ण शहर Querfurt के भ्रमण के दौरान लिए गए थे, जिनमें वहाँ के उच्चाधिकारियों के अलावा मेरे और सुखजिंदर जी के साथ हमारे मार्गदर्शक मि० क्रुयघर भी उपस्थित हैं ।

द्वारा योगदान-प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी, लखनऊ।

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