आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक लाल रामकुमार सिंह नहीं रहे। लाल रामकुमार सिंह आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक थे। उन्होंने 1970 के दशक में जॉइन किया था। वह खैरागढ़ राजपरिवार से तालुकात रखते थे। लाल रामकुमार सिंह पिछले लंबे समय से बीमार थे। अभी कुछ समय पहले उनका निधन हो गया। फ़िलहाल उनका शव में खैरागढ़ में ही है। लाल रामकुमार सिंह जीवनपर्यंत अविवाहित रहे।
छत्तीसगढ़ी फिल्मों के डायरेक्टर और लोक कला के मर्मज्ञ प्रेम चंद्राकर ने लाल रामकुमार सिंह के निधन की पुष्टि करते हुए कहा है कि वह हमारे पारिवारिक सदस्य की तरह थे। बहुत समय तक वह हमारे साथ ही थे। वे हमारे परिवार में थे। उनका जाना हमारे परिवार के लिए पारिवारिक क्षति है। यह एक अपूरणीय क्षति है। वह बेहद मृदुभाषी और सरल स्वभाव के थे। अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि और अपनी वरिष्ठता को लेकर उनमें कभी भी किसी प्रकार का अहंकार नहीं रहा। वे सभी का सम्मान करने वाले व्यक्ति थे।
खैरागढ़ इंदिरा संगीत-कला विश्वविद्यालय की कुलपति पद्मश्री डॉ. ममता चंद्राकर ने लाल राम कुमार सिंह के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि- 'आकाशवाणी के बेहद अनुभवी और जानकार उद्घोषक का चले जाना ना सिर्फ आकाशवाणी के लिए बल्कि उद्घोषक जगत के लिए बड़ी क्षति है। कुलपति डॉक्टर ममता चंद्राकर ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।'
प्रसार भारती परिवार उनके निधन पर शोक व्यक्त कर रहा है और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।
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द्वारा अग्रेषित : श्री झावेन्द्र कुमार ध्रुव रायपुर