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 आकाशवाणी भोपाल में गत् 03 अक्तूबर, 2017 को, ''हिन्दी पखवाड़ा समापन व पुरस्कार वितरण समारोह'' का आयोजन किया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि, मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, भोपाल के मंत्री-संचालक, श्री कैलाश चन्द्र पंत थे श्री पंत ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम को आरंभ किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता आकाशवाणी भोपाल के, उप निदेशक (अभियांत्रिकी) व केन्द्राध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र श्रीवास्तव ने की, जबकि कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में आकाशवाणी भोपाल के कार्यक्रम प्रमुख श्री एम. रईस सिद्दीकी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व सहायक निदेशक/समन्वयक (राजभाषा) राजीव श्रीवास्तव ने किया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथ श्री कैलाश चन्द्र पंत ने अपने आशीर्वचन में कहा कि, हम भारतीय ''वसुधेव कुटुम्बकम्'' के संस्कारों के साथ पले बढ़े हैं तथा पूरे विश्व को अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं। इसी प्रकार विश्व की समस्त भाषाएं हमारे लिए सम्मानीय है, लेकिन हमारे देश की संपर्क भाषा हिन्दी हमारी ''माथे की बिंदी है''। आपने आगे कहा कि, राज-काज और संपर्क भाषा के रूप में हिन्दी हमारे लिए सर्वोपरि स्थान रखती है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए 14 सितम्बर, 1949 को हिन्दी को ''संघ की राजभाषा'' के रूप में अंगीकार किया गया। केन्द्र सरकार के राज-काज की भाषा, अर्थात राजभाषा के रूप में हिन्दी के साथ-साथ हमारे देश की अन्य भारतीय भाषाएं भी हमारे लिए उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि हिन्दी। अतः हमें अन्य भारतीय भाषाओं का भी उतना ही सम्मान करना चाहिए जितना की हिन्दी का। श्री पंत ने अपने अंतिम उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि, अन्य भारतीय भाषा भी प्रादेशिक स्तर पर अलग-अलग प्रदेशों में प्रचलित हैं और वहां के राज्य सरकारों के काम-काज की, अर्थात् राजभाषाएं हैं। हम सबका यह दायित्व है कि, केन्द्रीय सरकार के कार्यालयों में राजभाषा हिन्दी को, उचित स्थान दिलाने हेतु अपने लक्ष्य निर्धारित करें तथा ''मिशन'' के रूप में, इसके विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें, ताकि राजभाषा हिन्दी को उसका उचित स्थान मिल सके। 
इस अवसर पर केन्द्राध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र श्रीवास्तव ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि, राजभाषा हिन्दी में काम-काज केवल औपचारिकता नहीं बल्कि समय की और हमारी जरूरत है। आपने आगे कहा कि, नियमानुसार राजभाषा हिन्दी में अपना अधिकाधिक काम-काज करना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। श्री श्रीवास्तव ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि, वे सभी अधिकारी/कार्मिकगण बधाई के पात्र हैं जो यहंा पुरस्कृत होने जा रहे हैं तथा भविष्य में इस प्रोत्याहन से, उन्हें हिन्दी में काम-काज करने हेतु और अधिक ऊर्जा मिलेगी व वे आगे भी हमेशा अपना हिन्दी में काम-काज जारी रखेंगे। इसके पूर्व कार्यक्रम प्रमुख श्री एम. रईस सिद्दीकी ने पखवाड़े के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगितओं में पुरस्कृत होने वाले अधिकारियों/कार्मिकों को बधाई देते हुए आव्हान् किया कि, सभी लोग मिलकर अपना अधिकाधिक काम-काज राजभाषा हिन्दी में करें ताकि हिन्दी की प्रगति में और तेजी आ सके।
कार्यक्रम मेें मुख्य अतिथि, केन्द्राध्यक्ष व कार्यक्रम प्रमुख द्वारा हिन्दी प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत होने वाले अधिकारियों/कार्मिकों सर्वश्री शरिक नूर, पवन सिंह कुशवाह, सौरभ अवस्थी, विक्रम कुमार रंजन, योगेश नागर, पुरुषोत्तम श्रीवास, प्रताप सिंह, विजय एस. गजभिये, संजय कुमार गजरे, आनंद कमाविसदार, दत्ता वामनराव पाठक, सचिन भागवत, काशी प्रसाद, रघुवीर चिराड़, अरविन्द कुमार शेंडे, मोहन सिंह, मिथलेश कुमार पाण्डेय, हर्षद व्यास, पंकज नागर, मिलिंद वडीतलवार, राजेश भट, सुधांशु कुमार व दीपक सचदेव तथा श्रीमती सजिता सुरेश, श्रीमती विजी अशोक, श्रीमती अनीता रविन्द्रन, श्रीमती सुलोचना रामटेककर, श्रीमती विजी वर्गीस, श्रीमती उर्मिला पौराणिक, श्रीमती शर्ली जाॅर्ज, श्रीमती पर्णिता सक्सेना, श्रीमती मंजुशा पांढरीपांडे, श्रीमती संगीता कोष्टा, श्रीमती सिंधु एस कुमार व प्रमीला नायर को नक़द पुरस्कार व प्रमाण पत्र प्रदान किए उल्लेखनीय है कि, जिन अधिकारियों/कार्मिकों को पुरस्कृत किया गया है, उन्हें प्रथम पुरस्कार के रुप में रु. 4,000/-, द्वितीय पुरस्कार के रुप में रु. 3,000/-, तृतीय पुरस्कार के रुप में रु. 2,000/- तथा प्रोत्साहन पुरस्कार के रुप में रु. 1,500/- की नक़द राषि व प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
आकाशवाणी भोपाल राजभाषा कार्यान्वयन समिति द्वारा गत 14 सितम्बर, 2017 हिन्दी दिवस से आरंभ हुये हिन्दी पखवाड़े के अंतर्गत प्रतिदिन हिन्दी प्रतियोगिताएं, एक दिवसीय पूर्णकालिक हिन्दी कार्यशाला तथा हिन्दी दिवस समारोह/हिन्दी पखवाड़ा उद्घाटन समारोह व दिनांक 03 अक्तूबर, 2017 को हिन्दी पखवाड़ा समापन व पुरस्कार वितरण समोराह का आयोजन किया गया। 
उल्लेखनीय है कि, 14 सितम्बर, 2017 को हिन्दी दिवस समारोह के साथ-साथ हिन्दी पखवाड़ा उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। हिन्दी दिवस समारोह/हिन्दी पखवाड़ा उद्घाटन समारोह का शुभारंभ हिन्दी की जानी-मानी कथा लेखिका, उपन्यासकार पद्मश्री श्रीमती मेहरुन्नीसा परवेज ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात् दीप प्रज्जवलन कर किया। समारोह की अध्यक्षता आकाशवाणी भोपाल के उप निदेशक (अभियांत्रिकी) व केन्द्राध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र श्रीवास्तव ने की, जबकि कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में आकाशवाणी भोपाल के कार्यक्रम प्रमुख श्री एम. रईस सिद्दीकी मौजूद थे। हिन्दी पखवाड़ा शुभारंभ के अवसर पर मुख्य अतिथि पदमश्री श्री मेहरुन्नीसा परवेज ने अपने संबोधन में कहा कि, भारत के नागरिक होने के नाते संपर्क भाषा के रूप में हिन्दी ही एक मात्र ऐसी सर्वमान्य भाषा है जिसे देश के अधिकांश भागों में बोला और समझा जाता है। राजभाषा हिन्दी के रूप में उसे उच्च स्थान दिलाने के लिए हम सबको अथक परिश्रम करने की अब भी जरूरत है। आपने अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा कि, हम सबका ये दायित्व है कि, न केवल अपने देश में, बल्कि विदेशों में भी हिन्दी को सम्मान मिले इसलिये इसे विश्व भाषा के रूप में स्थान दिलाने का प्रयास लगातार हम सबको करना चाहिए। शुभारंभ के अवसर पर केन्द्राध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि, केन्द्र सरकार के राजकाज की भाषा हिन्दी निरंतर अपनी गति से आगे बढ़ रही है और हम सबको इस दिशा में लगातार सार्थक प्रयास करते रहना चाहिए ताकि हम अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर सकंे। इस अवसर पर कार्यक्रम प्रमुख श्री एम. रईस सिद्दीकी ने कहा कि, हिन्दी पखवाड़े का आयोजन राजभाषा हिन्दी को उचित स्थान दिलाने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करने का एक अहम हिस्सा है ताकि अधिकारीगण/कार्मिक अपना समस्त कार्यालयीन कार्य राजभाषा हिन्दी में करें। 
हिन्दी पखवाड़े के दौरान दिनांक 15/09/2017 को कविता पढ़ेंः तत्काल कहानी लिखें प्रतियोगिता में 32 प्रतिभागियों, दिनांक 18/09/2017 को हिन्दी श्रुतिलेख, सुलेख एवं शुद्ध लेखन प्रतियोगिता में 40 प्रतिभागियों, दिनांक 19/09/2017 को हिन्दी में टिप्पण-आलेखन एवं प्रारूप लेखन प्रतियोगिता में 33 प्रतिभागियों, दिनांक 20/09/2017 हिन्दी वर्ग पहेली प्रतियोगिता में 35 प्रतिभागियों, दिनांक 21/09/2017 को कम्प्यूटर पर हिन्दी टंकण प्रतियोगिता में 16 प्रतिभागियों दिनांक 22/09/2017 को हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता 22 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। 
इसी क्रम में दिनांक दिनांक 25/09/2017 को स्टाफ के अधिकारियों/कार्मिकों के लिए स्टाफ काव्य गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें लगभग 15 अधिकारियों/कार्मिकों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया, जबकि दिनांक 27/09/2017 को एक दिवसीय पूर्णकालिक हिन्दी कार्यषाला का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ आकाशवाणी भोपाल के केन्द्राध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र श्रीवास्तव ने किया कार्यक्रम में आकाशवाणी भोपाल के कार्यक्रम प्रमुख श्री एम. रईस सिद्दीकी तथा आयकर विभाग के उप निदेशक (राजभाषा) श्री देवेश त्यागी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। हिन्दी कार्यशाला के अवसर पर केन्द्राध्यक्ष कार्यक्रम प्रमुख ने सभी अधिकारियों/कार्मिकों को अपने संबोधन में कहा कि, कार्यशाला आयोजन से हिन्दी के काम-काज में आने वाली कठिनाईयों को दूर करना तथा हिन्दी के प्रति झिझक को दूर करना तथा अधिकारियों/कार्मिकों की जिज्ञासाओं/प्रश्नों वा शंकाओं का समाधान करना एक उद्देश्य होता है। कार्यशाला में आयकर विभाग के उप निदेशक श्री देवेश त्यागी ने पहले सत्र में हिन्दी में पत्र व्यवहार तथा पत्रों के विविध रूप तथा दूसरे सत्र में हिन्दी की पारिभाशिक वा मानक शब्दावली विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यशाला के अंत में श्री देवेश त्यागी श्री धर्मेन्द्र श्रीवास्तव तथा पूर्व सहायक निदेशक/समन्वयक (राजभाषा) राजीव श्रीवास्तव ने कार्यशाला में अधिकारियों/कार्मिकों की जिज्ञासाओं, प्रश्नों व शंकाओं के समाधान प्रदान किये। कार्यशाला में 30 से भी अधिक अधिकारियों/कार्मिकों ने हिन्दी में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
पखवाड़े के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं, कार्यशाला तथा आकाशवाणी भोपाल व विज्ञापन प्रसारण सेवा कार्यालय में निरीक्षण व मार्गदर्शन कार्यक्रम आयोजित किये गए।
हिन्दी पखवाड़े के दौरान 14 सितम्बर, 2017 से 03 अक्तूबर, 2017 तक समस्त आयोजनों में पूर्व सहायक निदेशक/समन्वयक (राजभाषा) राजीव श्रीवास्तव द्वारा कार्यक्रमों का समन्वय व संचालन किया गया तथा इन आयोजनों का प्रबंधन प्रभारी राजभाषा अधिकारी श्री राजेश वंजानी की देख रेख में संपन्न हुआ। 
उल्लेखनीय है कि 14 सितम्बर, 2017 से 03 अक्तूबर, 2017 तक आयोजित यह हिन्दी पखवाड़ा आकाशवाणी भोपाल, विज्ञापन प्रसारण सेवा आकाशवाणी भोपाल, अतिरिक्त महानिदेशक कार्यालय मध्य क्षेत्र-2 भोपाल तथा सिविल निर्माण स्कंध (आकाशवाणी), भोपाल के संयुक्त तत्वाधान में संपन्न हुआ।
योगदान—राजीव श्रीवास्तव समन्वयक (राजभाषा) AIR Bhopal
Blog Report - Praveen Nagdive,  ARU AIR Mumbai

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