आकाशवाणी को लगभग 36वर्ष की दीर्घकालिक सेवाएं देनेवाले सेवानिवृत्त कार्यक्रम अधिकारी श्री प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी अपनी उम्र की 66वीं पायदान पर पहुंच चुके हैं।गत नवम्बर माह में एक वेब मैगजीन "स्टोरी मिरर"द्वारा आयोजित "नान स्टाप नवम्बर " लेखन प्रतियोगिता में लगातार उन्होंने कुल तीस लघुकथाएं लिखने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। श्री प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी की ये सभी कहानियां लगातार छपती रही हैं और अब वे उसको संकलित करके पुस्तक का रुप देने जा रहे हैं।ढेर सारी प्रतिक्रियाओं की सुर्खियों वाली इन कहानियों को उक्त वेब मैगजीन की साइट पर जाकर पढ़ा जा सकता है।
श्री त्रिपाठी इसके अलावे इन दिनों निरन्तर हिंदी की श्रेष्ठ मासिक पत्रिकाओं क्रमशः "कादम्बिनी" और "अहा ज़िन्दगी" के लिए लिख और पुरस्कृत हो रहे हैं।एक पुस्तक का अनुवाद कार्य कर रहे हें। ज्ञातव्य है कि श्री त्रिपाठी इससे पहले टाटा ग्रुप द्वारा आयोजित अ.भा.स्लोगन प्रतियोगिता के लिए आई पचीस हजार इन्ट्रीज़ में प्रथम पुरस्कार पाकर एक टाटा इंडिका कार भी जीत चुके हैं।
प्रसार भारती परिवार को अपने इन अद्वितीय ऊर्जावान पुरोधा पर नाज़ है और वह उनके लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कर रहा है।
द्वारा योगदान:- श्री. प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी, लखनऊ।ईमेल; darshgrandpa@gmail.com