आकाशवाणी लोक संपदा संरक्षण महापरियोजना की मीटिंग ग्वालियर में सम्पन्न



संगीत संसार को एक से बढ़कर एक संगीत प्रतिभायें देने वाले शहर ग्वालियर में "आकाशवाणी लोक संपदा संरक्षण महापरियोजना", मध्य क्षेत्र-। और ।। के आकाशवाणी केंद्रों की मीटिंग दिनांक 9 और 10 अक्टूबर 2019 को सम्पन्न हुई। इसमे उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के आकाशवाणी अधिकारियों ने भाग लिया। महानिदेशालय से अपर महानिदेशक लोक संपदा श्री शैलेंद्र कुमार, श्री सोम दत्त शर्मा एवं डॉ के.सी. पाण्डेय ने भाग लिया।
संगीत सम्राट तानसेन की नगरी ग्वालियर के लिए एक कहावत मशहूर है कि यहां बच्चे भी रोते हैं तो सुर में और पत्थर भी लुढ़कता है तो ताल में। ग्वालियर ने संगीत संसार को एक से बढ़कर एक संगीत प्रतिभाएं दी हैं। ऐसे में, इस मीटिंग में भाग लेने ग्वालियर गई आकाशवाणी गोरखपुर की कार्यक्रम प्रमुख डॉ० अनामिका श्रीवास्तव जब संगीत सम्राट तानसेन की मज़ार पर पहुंची तो उन्होंने अपने मनोभावों को इन लाइनों में परिलक्षित किया...

वर दे वीणा वादिनी वर दे,
तानसेन की स्वर लहरी से,
जीवन के संगीत को सुरों से भर दे।

संगीत सूर्य तानसेन के शहर ग्वालियर में सम्पन्न हुई इस महापरियोजना की मीटिंग अत्यंत सफल रही। सन 2014-15 से चल रही इस परियोजना में काम कर रहे सभी अधिकारियों ने मीटिंग के दौरान अपने अपने अनुभव शेयर किए। रिकार्डेड लोकगीतों के 5 भाषाओं के संग्रह को साहित्य अकादमी, नई दिल्ली प्रकाशित कर रहा है।

साभार:-  डॉ० अनामिका श्रीवास्तव, कार्यक्रम प्रमुख, आकाशवाणी गोरखपुर।

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