24 जनवरी 2019 की दोपहर आल इंडिया रेडियो, उर्दू सर्विस, दिल्ली के लिए एक दुखद समाचार लेकर आयी... उर्दू सर्विस के पुराने और हरदिल अज़ीज़ अनाउंसर श्री जावेद अली खान साहब का 62 वर्ष की आयु में अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। श्री जावेद अली खान दोपहर को अपने घर जो की पुरानी दिल्ली मे स्थिति है ज़ोहर की नमाज़ अता करने मस्जिद में गये और नमाज़ खत्म करने के बाद मस्जिद में ही उनका इंतकाल हो गया।
श्री जावेद अली खान का जन्म 1957 में दिल्ली में हुआ, उन्होंने दिल्ली के सबसे पुराने और पहले स्कूल ज़ाकिर हुसैन कॉलेज (जो अब एंगलो अराबिक सकूल से जाना जाता है) से 1974-75 में हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी करी। जिसके बाद उन्होंने पर्सियन भाषा में M.A की डिग्री प्राप्त की। श्री जावेद अली खान साहब की हिन्दी, उर्दू, अरबी, अंग्रेजी और पर्सियन भाषा में ज़बरदस्त पकड़ थी।आल इंडिया रेडियो से वो लगभग तीस या उससे ज़्यादा वर्षो से जुड़े हुए थे जहां उन्होने बतौर ब्रॉडकास्टर, ट्रांसलेटर और आखरी दिन तक अनाउंसर के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की।
आल इंडिया रेडियो की उर्दू सर्विस पर जावेद अली खान और उनके जिगड़ी मित्र एव आनाउंसर ईरफ़ान आज़मी की जोड़ी श्रोताओं के बीच खूब पसंद की जाती रही। इन दोनों को श्रोताओ ने बीच जय और वीरू की जोड़ी के नाम से भी जाना जाता है। दोनों की जोड़ी ने मिलकर कई प्रोग्राम किए जिनमें शाम सुहानी, तामिल ए इरशाद, आपके खत आपके गीत, आपका खत मिला विख्यात हैं। अब जावेद साहब के निधन के साथ ही जय-वीरू की जोड़ी का जादू का भी अंत हो गया जोकि श्रोताओं को बहुत खलेगा।
श्री जावेद अली खान एक बहुत ही अच्छे स्वभाव के व्यक्तित्व थे जो हर किसी को अपना दोस्त बना लेते थे। जावेद साहब अपनी बड़ी उम्र में भी नौजवान दिखने वाले बहुत ही चुस्त और होनहार, हंसमुख व्यक्तित्व थे।
ये आल इंडिया रेडियो की उर्दू सर्विस है और मैं हूँ आपका दोस्त जावेद अली खान..... _
अब ये आवाज़ और ये अंदाज कभी सुनाई नही देगा...._
अलविदा जावेद सर....
स्त्रोत :-जूनियर सय्यद मुनिस हैदर की फेसबुक वाल से।