उर्दू की मशहूर अफ़सानानिगार मसरुर जहां जी ने कल रात(22/9) इस दुनिया ए फ़ानी को अलविदा कहा। आप आकाशवाणी लखनऊ से लंबे समय से जुड़ी रही हैं। 500 से ज़्यादा कहानियों की लेखिका लगभग 83 वर्षीय मसरूर जहां जी ने अपनी ज़िंदगी का अधिकांश हिस्सा लखनऊ में व्यतीत किया।
प्रसार भारती परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि।
स्रोत: श्री प्रतुल जोशी की फेसबुक वाल।
रिपोर्ट-प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी, लखनऊ।